मालदीव और भारत के बीच संबंधों में हाल ही में तनाव बढ़ रहा है। इस तनाव का एक प्रमुख कारण मालदीव के कुछ नेताओं द्वारा भारत के खिलाफ दिए गए आपत्तिजनक बयान हैं। इन बयानों के बाद, मालदीव में भारतीयों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। कुछ मालदीववासी भारतीयों का बहिष्कार करने लगे हैं।
मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच संबंध शुरू से ही अच्छे रहे हैं। दोनों नेताओं ने कई बार मिलकर द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की है। हालांकि, हाल के वर्षों में,मोहम्मद मुइज्जू राष्ट्रपति बनने के बाद हालात बोहोत गंभीर बने है।मालदीव में कुछ राजनीतिक दलों ने भारत के बढ़ते प्रभाव के खिलाफ आवाज उठाना शुरू कर दिया है। इन दलों का मानना है कि भारत मालदीव की आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है।
जब से भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्रमोदी लक्षद्रिप टापु पर घूमने गाये है और लक्षद्वीप पर घूमने का आवेदन किया है।श्री नरेन्द्र मोदी ने मालदीव के बारे के कुछ भी नही कहा फिर भी सोशल मीडिया में #trending चल रहा है।
For those who wish to embrace the adventurer in them, Lakshadweep has to be on your list.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 4, 2024
During my stay, I also tried snorkelling - what an exhilarating experience it was! pic.twitter.com/rikUTGlFN7
मालदीव के कुछ नेताओं द्वारा भारत के खिलाफ दिए गए आपत्तिजनक बयानों ने इन तनावों को और बढ़ा दिया है। इन बयानों में, भारत को इस्राइल की कठपुतली और एक साम्राज्यवादी शक्ति बताया गया है। इन बयानों ने मालदीव में भारतीयों के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों को जन्म दिया है।
कुछ मालदीववासी भारतीयों का बहिष्कार करने लगे हैं। वे भारतीय उत्पादों का बहिष्कार कर रहे हैं और भारतीय पर्यटकों को आने से रोक रहे हैं। इन विरोध प्रदर्शनों से मालदीव की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंच रहा है।
मालदीव और भारत के बीच संबंधों को सुधारने के लिए दोनों देशों के नेताओं को एक साथ बैठने और बातचीत करने की जरूरत है। दोनों देशों को यह समझने की जरूरत है कि उनके बीच सहयोग करना आवश्यक है। दोनों देशों को एक दूसरे के हितों का सम्मान करना चाहिए।
भारत और मालदीव के बीच संबंधों में तनाव बढ़ना एक चिंताजनक बात है। यह तनाव दोनों देशों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। दोनों देशों के नेताओं को इस तनाव को दूर करने के लिए कदम उठाने की जरूरत है।